घटना बुधवार की रात लगभग 11:45 बजे की है, जब गुदुम रेलवे स्टेशन पर पदस्थ स्टेशन मास्टर शंकर लाल ठाकुर 42 वर्ष नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे थे। वह अपने सहकर्मी भुवनेश्वर के साथ
ट्रेन संचालक का कार्य संभाल रहे थे और आने-जाने वाली ट्रेनों को सिग्नल दे रहे थे। इसी दौरान अंतागढ़ से की ओर जा रही मालगाड़ी स्टेशन से गुजरी। शंकरलाल ने पहले ट्रेन को सिग्नल दिया। फिर अपने सहकर्मी को कुछ दूर हटने कहा और अचानक खुद पटरी पर लेट गए, जब मालगाड़ी रुकी तब तक उनका सिर धड़ से अलग हो चुका था।
एक हफ्ते से था गुमसुम
स्टेशन मास्टर मूलत: ग्राम मगरी लता बोर्ड के निवासी थे। वे किसी मानसिक तनाव से जूझ रहे थे। वह पिछले एक हफ्ते से बेहद गुस्से में रहते थे। बातचीत भी कम कर दी थी। करीब 1 साल पहले उनका तबादला गुदुम रेलवे स्टेशन हुआ था। सहकर्मी बताते हैं कि उन्हें किस बात की चिंता थी।